समानार्थी शब्द |
||
1 |
अनाथ = |
पोरका |
2 |
अनर्थ = |
संकट |
3 |
अपघात = |
दुर्घटना |
4 |
अपेक्षाभंग = |
हिरमोड |
5 |
अभिवादन = |
नमस्कार, वंदन, प्रणाम |
6 |
अभिनंदन = |
गौरव |
7 |
अभिमान = |
गर्व |
8 |
अभिनेता = |
नट |
9 |
अरण्य = |
वन, जंगल, कानन |
10 |
अवघड = |
कठीण |
11 |
अवचित = |
एकदम |
12 |
अवर्षण = |
दुष्काळ |
13 |
अविरत = |
सतत, अखंड |
14 |
अडचण = |
समस्या |
15 |
अभ्यास = |
सराव |
16 |
अन्न = |
आहार, खाद्य |
17 |
अग्नी = |
आग |
18 |
अचल = |
शांत, स्थिर |
19 |
अचंबा = |
आश्चर्य, नवल |
20 |
अतिथी = |
पाहुणा |
21 |
अत्याचार = |
अन्याय |
22 |
अपराध = |
गुन्हा, दोष |
23 |
अपमान = |
मानभंग |
24 |
अपाय = |
इजा |
25 |
अश्रू = |
आसू |
26 |
अंबर = |
वस्त्र |
27 |
अमृत = |
पीयूष |
28 |
अहंकार = |
गर्व |
29 |
अंक = |
आकडा |
30 |
आई = |
माता, माय, जननी, माउली |
31 |
आकाश = |
आभाळ, गगन, नभ, अंबर |
32 |
आठवण = |
स्मरण, स्मृती, सय |
33 |
आठवडा = |
सप्ताह |
34 |
आनंद = |
हर्ष |
35 |
आजारी = |
पीडित, रोगी |
36 |
आयुष्य = |
जीवन, हयात |
37 |
आतुरता = |
उत्सुकता |
38 |
आरोपी = |
गुन्हेगार, अपराधी |
39 |
आश्चर्य = |
नवल, अचंबा |
40 |
आसन = |
बैठक |
41 |
आदर = |
मान |
42 |
आवाज = |
ध्वनी, रव |
43 |
आज्ञा = |
आदेश, हुकूम |
44 |
आपुलकी = |
जवळीकता |
45 |
आपत्ती = |
संकट |
46 |
आरसा = |
दर्पण |
47 |
आरंभ = |
सुरवात |
48 |
आशा = |
इच्छा |
49 |
आस = |
मनीषा |
50 |
आसक्ती = |
लोभ |
51 |
आशीर्वाद = |
शुभचिंतन |
52 |
इलाज = |
उपाय |
53 |
इशारा = |
सूचना |
54 |
इंद्र = |
सुरेंद्र |
55 |
इहलोक = |
मृत्युलोक |
56 |
ईर्षा = |
चुरस |
57 |
उत्सव = |
समारंभ, सण, सोहळा |
58 |
उक्ती = |
वचन |
59 |
उशीर = |
विलंब |
60 |
उणीव = |
कमतरता |
61 |
उपवन = |
बगीचा |
62 |
उदर = |
पोट |
63 |
उदास = |
खिन्न |
64 |
उत्कर्ष = |
भरभराट |
65 |
उपद्रव = |
त्रास |
66 |
उपेक्षा = |
हेळसांड |
67 |
ऊर्जा = |
शक्ती |
68 |
ॠण = |
कर्ज |
69 |
ॠतू = |
मोसम |
70 |
एकजूट = |
एकी, ऐक्य |
71 |
ऐश्वर्य = |
वैभव |
72 |
ऐट = |
रुबाब, डौल |
73 |
ओझे = |
वजन, भार |
74 |
ओढा = |
झरा, नाला |
75 |
ओळख = |
परिचय |
76 |
औक्षण = |
ओवाळणे |
77 |
अंत = |
शेवट |
78 |
अंग = |
शरीर |
79 |
अंघोळ = |
स्नान |
80 |
अंधार = |
काळोख, तिमिर |
81 |
अंगण = |
आवार |
82 |
अंगार = |
निखारा |
83 |
अंतरिक्ष = |
अवकाश |
84 |
कथा = |
गोष्ट, कहाणी, हकिकत |
85 |
कठीण = |
अवघड |
86 |
कविता = |
काव्य, पद्य |
87 |
करमणूक = |
मनोरंजन |
88 |
कठोर = |
निर्दय |
89 |
कनक = |
सोने |
90 |
कटी = |
कंबर |
91 |
कमळ = |
पंकज |
92 |
कपाळ = |
ललाट |
93 |
कष्ट = |
श्रम, मेहनत |
94 |
कंजूष = |
कृपण |
95 |
काम = |
कार्य, काज |
96 |
काठ = |
किनारा, तीर, तट |
97 |
काळ = |
समय, वेळ, अवधी |
98 |
कान = |
श्रवण |
99 |
कावळा = |
काक |
100 |
काष्ठ = |
लाकूड |
101 |
किल्ला = |
गड, दुर्ग |
102 |
किमया = |
जादू |
103 |
कार्य = |
काम |
104 |
कारागृह = |
कैदखाना, तुरुंग |
105 |
कीर्ती = |
प्रसिद्धी, लौकिक, ख्याती |
106 |
कुतूहल = |
उत्सुकता |
107 |
कुटुंब = |
परिवार |
108 |
कुशल = |
हुशार, तरबेज |
109 |
कुत्रा = |
श्वान |
110 |
कुटी = |
झोपडी |
111 |
कुचंबणा = |
घुसमट |
112 |
कृपण = |
कंजूष |
113 |
कृश = |
हडकुळा |
114 |
कोवळीक = |
कोमलता |
115 |
कोठार = |
भांडार |
116 |
कोळिष्टक = |
जळमट |
117 |
खण = |
कप्पा |
118 |
खडक = |
मोठा दगड, पाषाण |
119 |
खटाटोप = |
प्रयत्न |
120 |
खग = |
पक्षी |
121 |
खड्ग = |
तलवार |
122 |
खरेपणा = |
न्यायनीती |
123 |
ख्याती = |
कीर्ती, प्रसिद्धी, लौकिक |
124 |
खात्री = |
विश्वास |
125 |
खाली जाणे = |
अधोगती |
126 |
खिडकी = |
गवाक्ष |
127 |
खेडे = |
गाव, ग्राम |
128 |
खोड्या = |
चेष्टा, मस्करी |
129 |
गरज = |
आवश्यकता |
130 |
गवत = |
तृण |
131 |
गर्व = |
अहंकार |
132 |
गाय = |
धेनू, गोमाता |
133 |
गाणे = |
गीत, गान |
134 |
गंमत = |
मौज, मजा |
135 |
गंध = |
वास, दरवळ |
136 |
ग्रंथ = |
पुस्तक |
137 |
गाव = |
ग्राम, खेडे |
138 |
गुन्हा = |
अपराध |
139 |
गुलामी = |
दास्य |
140 |
गोड = |
मधुर |
141 |
गोणी = |
पोते |
142 |
गोष्ट = |
कहाणी, कथा |
143 |
गौरव = |
सन्मान |
144 |
ग्राहक = |
गिऱ्हाईक |
145 |
घर = |
सदन, गृह, निकेतन, आलय |
146 |
घरटे = |
खोपा |
147 |
घागर = |
घडा, मडके |
148 |
घोडा = |
अश्व, हय, वारू |
149 |
चव = |
रुची, गोडी |
150 |
चरण = |
पाय, पाऊल |
151 |
चरितार्थ = |
उदरनिर्वाह |
152 |
चक्र = |
चाक |
153 |
चऱ्हाट = |
दोरखंड |
154 |
चाक = |
चक्र |
155 |
चंद्र = |
शशी, रजनीनाथ, इंदू |
156 |
चिंता = |
काळजी |
157 |
चिडीचूप = |
शांत |
158 |
चिमुरडी = |
लहान |
159 |
चूक = |
दोष |
160 |
चेहरा = |
मुख |
161 |
चौकशी = |
विचारपूस |
162 |
छंद = |
नाद, आवड |
163 |
छान = |
सुरेख, सुंदर |
164 |
छिद्र = |
भोक |
165 |
जग = |
दुनिया, विश्व |
166 |
जत्रा = |
मेळा |
167 |
जन = |
लोक, जनता |
168 |
जमीन = |
भूमी, धरती, भुई |
169 |
जंगल = |
रान |
170 |
जीव = |
प्राण |
171 |
जीवन = |
आयुष्य, हयात |
172 |
जुलूम = |
अत्याचार, छळ, बळजोरी, अन्याय |
173 |
झाड = |
वृक्ष, तरू |
174 |
झोपडी = |
कुटीर, खोप |
175 |
झोप = |
निद्रा |
176 |
झोका = |
झुला |
177 |
झेंडा = |
ध्वज, निशाण |
178 |
ठग = |
चोर |
179 |
ठिकाण = |
स्थान |
180 |
डोके = |
मस्तक, शीर्ष, शीर |
181 |
डोळा = |
नेत्र, नयन, लोचन |
182 |
डोंगर = |
पर्वत, गिरी |
183 |
ढग = |
मेघ, जलद, पयोधर, अभ्र |
184 |
ॠण = |
कर्ज |
185 |
तक्रार = |
गाऱ्हाणे |
186 |
तळे = |
तलाव, सरोवर, तडाग |
187 |
त्वचा = |
कातडी |
188 |
तारण = |
रक्षण |
189 |
ताल = |
ठेका |
190 |
तुरंग = |
कैदखाना, बंदिवास |
191 |
तुलना = |
साम्य |
192 |
थट्टा = |
मस्करी, चेष्टा |
193 |
थवा = |
समूह |
194 |
थोबाड = |
गालपट |
195 |
दगड = |
पाषाण, खडक |
196 |
दरवाजा = |
दार, कवाड |
197 |
दाम = |
पैसा |
198 |
दृश्य = |
देखावा |
199 |
दृढता = |
मजबुती |
200 |
दिवस = |
दिन, वार, वासर |
201 |
दिवा = |
दीप, दीपक |
202 |
दिन = |
दिवस |
203 |
दूध = |
दुग्ध, पय |
204 |
द्वेष = |
मत्सर, हेवा |
205 |
देव = |
ईश्वर, विधाता |
206 |
देश = |
राष्ट्र |
207 |
देखावा = |
दृश्य |
208 |
दार = |
दरवाजा |
209 |
दारिद्र्य = |
गरिबी |
210 |
दौलत = |
संपत्ती, धन |
211 |
धरती = |
भूमी, धरणी |
212 |
ध्वनी = |
आवाज, रव |
213 |
नदी = |
सरिता |
214 |
नजर = |
दृष्टी |
215 |
नक्कल = |
प्रतिकृती |
216 |
नमस्कार = |
वंदन, नमन |
217 |
नातेवाईक = |
नातलग |
218 |
नाच = |
नृत्य |
219 |
निश्चय = |
निर्धार |
220 |
निर्धार = |
निश्चय |
221 |
निर्मळ = |
स्वच्छ |
222 |
नियम = |
पद्धत |
223 |
निष्ठा = |
श्रद्धा |
224 |
नृत्य = |
नाच |
225 |
नोकर = |
सेवक |
226 |
पवन = |
वारा |
227 |
परिश्रम = |
कष्ट, मेहनत |
228 |
पती = |
नवरा, वर |
229 |
पत्र = |
टपाल |
230 |
पहाट = |
उषा |
231 |
परीक्षा = |
कसोटी |
232 |
पर्वा = |
चिंता, काळजी |
233 |
पर्वत = |
डोंगर, गिरी, अचल |
234 |
पक्षी = |
पाखरू, खग, विहंग |
235 |
प्रकाश = |
उजेड |
236 |
प्रवास = |
सफर, फेरफटका, पर्यटन |
237 |
प्रवासी = |
वाटसरू |
238 |
प्रजा = |
लोक |
239 |
प्रत - |
नक्कल |
240 |
प्रदेश = |
प्रांत |
241 |
प्रवास = |
यात्रा |
242 |
प्राण = |
जीव |
243 |
पान = |
पत्र, पत्ता |
244 |
प्रासाद = |
वाडा |
245 |
पाखरू = |
पक्षी |
246 |
पाऊल = |
पाय, चरण |
247 |
पाऊलवाट = |
पायवाट |
248 |
प्रार्थना = |
स्तवन |
249 |
प्रामाणिकपणा = |
इमानदारी |
250 |
प्रारंभ = |
सुरुवात, आरंभ |
251 |
प्रेम = |
प्रीती, माया, जिव्हाळा |
252 |
प्रोत्साहन = |
उत्तेजन |
253 |
पाऊस = |
वर्षा, पर्जन्य |
254 |
पाणी = |
जल, नीर, तोय, उदक |
255 |
पिशवी = |
थैली |
256 |
पुस्तक = |
ग्रंथ |
257 |
पुतळा = |
प्रतिमा, बाहुले |
258 |
पुरातन = |
प्राचीन |
259 |
पृथ्वी = |
धरणी, जमीन, वसुंधरा, वसुधा |
260 |
फलक = |
फळा |
261 |
फांदी = |
फांदी शाखा |
262 |
फूल = |
पुष्प, सुमन, कुसुम |
263 |
बदल = |
फेरफार, कलाटणी |
264 |
बर्फ = |
हिम |
265 |
बहीण = |
भगिनी |
266 |
बक्षीस = |
पारितोषिक, पुरस्कार |
267 |
बाग = |
बगीचा, उद्यान, वाटिका |
268 |
बासरी = |
पावा |
269 |
बेत = |
योजना |
270 |
बाळ = |
बालक |
271 |
बाप = |
पिता, वडील, जनक |
272 |
बादशाहा = |
सम्राट |
273 |
बुद्धी = |
मती |
274 |
ब्रीद = |
बाणा |
275 |
भरवसा = |
विश्वास |
276 |
भरारी = |
झेप, उड्डाण |
277 |
भव्य = |
टोलेजंग |
278 |
भाट = |
स्तुतिपाठक |
279 |
भारती = |
भाषा, वैखरी |
280 |
भांडण = |
तंटा |
281 |
भाळ = |
कपाळ |
282 |
भाऊ = |
बंधू, सहोदर |
283 |
भेसळ = |
मिलावट |
284 |
भेदभाव = |
फरक |
285 |
भोजन = |
जेवण |
286 |
मदत = |
साहाय्य |
287 |
ममता = |
माया, जिव्हाळा, वात्सल्य |
288 |
मन = |
चित्त, अंतःकरण |
289 |
मजूर = |
कामगार |
290 |
महिना = |
मास |
291 |
महिला = |
स्त्री, बाई, ललना |
292 |
मजूर = |
कामगार |
293 |
मस्तक = |
डोके, शीर, माथा |
294 |
मानवता = |
माणुसकी |
295 |
मान = |
गळा |
296 |
मंगल = |
पवित्र |
297 |
मंदिर = |
देऊळ, देवालय |
298 |
मार्ग = |
रस्ता, वाट |
299 |
म्होरक्या = |
पुढारी, नेता |
300 |
मित्र = |
दोस्त, सोबती, सखा, सवंगडी |
301 |
मिष्टान्न = |
गोडधोड |
302 |
मुलगा = |
पुत्र, सुत, तनय |
303 |
मुलगी = |
कन्या, तनया |
304 |
मुद्रा = |
चेहरा, मुख, तोंड, वदन |
305 |
मुख = |
तोंड, चेहरा |
306 |
मुलुख = |
प्रदेश, प्रांत, परगणा |
307 |
मेहनत = |
कष्ट, श्रम, परिश्रम |
308 |
मैत्री = |
दोस्ती |
309 |
मौज = |
मजा, गंमत |
310 |
यश = |
सफलता |
311 |
युक्ती = |
विचार, शक्कल |
312 |
युद्ध = |
लढाई, संग्राम, लढा, समर |
313 |
योद्धा = |
लढवय्या |
314 |
येतवरी = |
येईपर्यंत |
315 |
राष्ट्र = |
देश |
316 |
रांग = |
ओळ |
317 |
रात्र = |
निशा, रजनी, यामिनी |
318 |
रान = |
वन, जंगल, अरण्य, कानन |
319 |
रूप = |
सौंदर्य |
320 |
रुबाब = |
ऐट, तोरा |
321 |
रेखीव = |
सुंदर, सुबक |
322 |
लग्न = |
विवाह, परिणय |
323 |
लाट = |
लहर |
324 |
लाज = |
शरम, |
325 |
लोभ = |
हाव |
326 |
लोटके = |
मडके |
327 |
वरचा = |
वद्राचा |
328 |
वडील = |
पिता |
329 |
वस्त्र = |
कपडा |
330 |
वद्रा = |
वर |
331 |
वारा = |
वात, पवन, अनिल, मारुत, समीर, वायू |
332 |
वाट = |
मार्ग, रस्ता |
333 |
वाद्य = |
वाजप |
334 |
वेश = |
पोशाख |
335 |
वेदना = |
यातना |
336 |
विश्रांती = |
विसावा, आराम |
337 |
वितरण = |
वाटप, वाटणी |
338 |
विद्या = |
ज्ञान |
339 |
विनंती = |
विनवणी |
340 |
विरोध = |
प्रतिकार, विसंगती |
341 |
विसावा = |
विश्रांती, आराम |
342 |
विश्व = |
जग, दुनिया |
343 |
वीज = |
विद्युर, सौदामिनी |
344 |
वृत्ती = |
स्वभाव |
345 |
वृद्ध = |
म्हातारा |
346 |
वैराण = |
ओसाड, भकास, उजाड |
347 |
वैरी = |
शत्रू, दुष्मन |
348 |
वैषम्य = |
विषाद |
349 |
व्यवसाय = |
धंदा |
350 |
व्याख्यान = |
भाषण |
351 |
शरीर = |
देह, तनू, काया, कुडी, अंग |
352 |
शक्ती = |
सामर्थ्य, जोर, बळ |
353 |
शर्यत = |
स्पर्धा, होड, चुरस |
354 |
शहर = |
नगर |
355 |
शंकर = |
चंद्रचूड |
356 |
श्वापद = |
जनावर |
357 |
शास्त्रज्ञ = |
वैज्ञानिक |
358 |
शाळा = |
विद्यालय |
359 |
शाळुंका = |
शिविलिंग |
360 |
शेत = |
शिवार, वावर, क्षेत्र |
361 |
शिवार = |
शेत, वावर |
362 |
शीण = |
थकवा |
363 |
शील = |
चारित्र्य |
364 |
शीतल = |
थंड, गार |
365 |
शिक्षा = |
दंड, शासन |
366 |
श्रम = |
कष्ट, मेहनत |
367 |
सकाळ = |
प्रभात, उष:काल |
368 |
सचोटी = |
खरेपणा |
369 |
सफाई = |
स्वच्छता |
370 |
सवलत = |
सूट |
371 |
सजा = |
शिक्षा |
372 |
सन्मान = |
आदर |
373 |
संकट = |
आपत्ती |
374 |
संधी = |
मोका |
375 |
संत = |
सज्जन, साधू |
376 |
संपत्ती = |
धन, दौलत, संपदा |
377 |
सायंकाळ = |
संध्याकाळ |
378 |
सागर = |
समुद्र |
379 |
सावली = |
छाया |
380 |
साथी = |
सोबती, मित्र, दोस्त, सखा |
381 |
स्तुती = |
प्रशंसा |
382 |
स्पर्धा = |
चुरस, शर्यत, होड, पैज |
383 |
स्थान = |
ठिकाण, वास, ठाव |
384 |
स्त्री = |
बाई, महिला, ललना |
385 |
संध्याकाळ = |
सायंकाळ, सांज |
386 |
स्फूर्ती = |
प्रेरणा |
387 |
स्वच्छता = |
स्वच्छता = झाडलोट |
388 |
सुवास = |
सुगंध, परिमल, दरवळ |
389 |
सुंदर = |
सुरेख, रमणीय, मनोहर, छान |
390 |
सागर = |
समुद्र, सिंधू, रत्नाकर, जलधी |
391 |
सावली = |
छाया |
392 |
सामर्थ्य = |
शक्ती, बळ |
393 |
साहित्य = |
लिखाण |
394 |
सेवा = |
शुश्रूषा |
395 |
सिनेमा = |
चित्रपट, बोलपट |
396 |
सिंह = |
केसरी, मृगराज, वनराज |
397 |
सुविधा = |
सोय |
398 |
सुगंध = |
सुवास, परिमळ, दरवळ |
399 |
सूत = |
धागा, दोरा |
400 |
सूर = |
स्वर |
401 |
सूर्य = |
रवी, भास्कर, दिनकर, सविता |
402 |
सोने = |
सुवर्ण, कांचन, हेम |
403 |
सोहळा = |
समारंभ |
404 |
हद्द = |
सीमा, शीव |
405 |
हल्ला = |
चढाई |
406 |
हळू चालणे = |
मंदगती |
407 |
हकिकत = |
गोष्ट, कहाणी, कथा |
408 |
हात = |
हस्त, कर, बाहू |
409 |
हाक = |
साद |
410 |
हित = |
कल्याण |
411 |
हिंमत = |
धैर्य |
412 |
हुकूमत = |
अधिकार |
413 |
हुरूप = |
उत्साह |
414 |
हुबेहूब = |
तंतोतंत |
415 |
हुभा = |
उभा |
416 |
हेका = |
हट्ट, आग्रह |
417 |
क्षमा = |
माफी |
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